14 घंटे सर्जरी, जोड़ दी हथेली

Publish Date: December 8, 2014

sant-parmanand

राहुल आनंद, नई दिल्ली

कटी हुई हथेली को फिर से जोड़ने में डॉक्टरों को सफलता मिली है। 21 साल के मौनु शर्मा की हथेली दिल्ली के डॉक्टरों ने 14 घंटे चली सर्जरी में जोड़ दी है। वे सभी धमनियों और नसों को भी जोड़ने में सफल रहे। दुर्घटना के 8 घंटे के अंदर मरीज हापुड़ से दिल्ली पहुंच गया। पहले से तैयार ओटी में सर्जरी की गई। अब मरीज ठीक है।

संत परमानंद अस्पताल के हैंड एंड फुट माइक्रो सर्जन डॉ. अभिषेक शर्मा ने बताया कि हापुड़ के एक गांव में आयरन फैक्ट्री में काम करने के दौरा मौनु का बायां हाथ कलाई के पास से कट गया था। घटना के बाद मौनु को नजदीक के अस्पताल में ले जाया गया। लेकिन अस्पताल में स्पेशलिस्ट सर्जन की कमी की वजह से वहां काम कर रहे एक जूनियर डॉक्टर ने उन्हें फोन कर सारी सूचना दी और कहा कि मरीज को दिल्ली भेज रहे हैं। डॉक्टर ने बताया कि कटे हुए हाथ को 12 घंटे के अंदर जोड़ा जा सकता है, लेकिन कटे हुए पार्ट को प्रिजर्व करना जरूरी है। हमने फोन पर ही उन्हें हाथ को प्रिजर्व करने की सलाह दी। कटी हुई हथेली को गीले कपड़े में लपेट कर पॉलिथीन में सील करके इसे आइसबॉक्स में रखने को कहा। हाथ आइस के डायरेक्ट टच में नहीं आना चाहिए। अगर अंगुली कटी हो तो उसे जोड़ने के लिए 24 घंटे का समय होता है, क्योंकि अंगुली में मांसपेशियां नहीं होती हैं।

डॉक्टर ने बताया कि पेशंट की स्थिति को देखते हुए पहले से ऑपरेशन की सारी तैयारी कर ली गई थी। पेशंट को दिल्ली पहुंचने में करीब 8 बज गए। सबसे पहले ब्लड लॉस को रोका गया और कुछ जरूरी टेस्ट के बाद सर्जरी की शुरुआत की गई। सर्जरी रात 8 बजे शुरू की गई और यह सुबह 10 बजे तक चलती रही। सबसे पहले हाथ की हड्डी को जोड़ा गया। इसके लिए के वायर पिन्स का इस्तेमाल किया गया। फिर ब्लड सर्कुलेशन चालू करने के लिए आर्टरी को जोड़ा गया। आर्टरी को जोड़ने का काम बहुत ही बारीक तरीके से किया जाता है, जरा-सी चूक से नुकसान हो सकता है। इसके बाद टेडेन्स को जोड़ा गया, जिससे कलाई मूव कर सके। फिर नर्व को जोड़ा गया ताकि सेंसेशन हो। इसके बाद स्किन को स्टिच किया गया।

Source: Navbharat Times, View Page Source